हो राह में कितने भी दुश्मन वो खुद ही मिटते जायेगे
सिर्फ किस्मत में नहीं तो खुदा से गिला कैसा
आँखों से समझ सको तो समझ लो, आंसू गिरे है कितने गिना नहीं सकता।।
आंदोलन खत्म होने के बाद महाराष्ट्र-तमिलनाडु में किसानों की बैठक, टिकैत बोले- जहां बुलाते हैं, वहां मीटिंग करते हैं
वही पाषाण मंदिर में कहीं भगवान होता है
हां नहीं खबर में और अधिक सुधार की आवश्यकता है?
इसी लिए कहा जाता हैं इश्क के ज़ख्म का इलाज इश्क़ ही हैं और कुछ नहीं.
मुझे आजमाने के लिए तेरा शुक्रिया ज़िन्दगी,
हां नहीं खबर के प्रस्तुतिकरण से आप संतुष्ट हैं?
अब क्यूँ तकलीफ होती है… तुम्हें इस बेरुखी से
जाने न जाने गुल ही न जाने बाग़ तो सारा जाने है
जी भर के जीलो जिंदगी, पर अपनों को 2 लाइन हौसला शायरी मत भूल जाना
बेवजह झुकना दुसरे के एहम को केवल बढ़ावा देता है..........!!
वे बच्चे कही से भी अक्षम नही थे ,उनके होसले जो बुलंद थे।